Dividend और Dividend yield क्या होता है ?| समझिये आसान सब्दो में..

हेलो फ्रेंड्स आज के इस पोस्ट में हम बात करेंगे dividend के बारे में,dividend in hindi,dividend से जुड़ी सारी बातें,  तो चलिए शुरू करते हैं

 आपने अक्सर कहीं ना कहीं सुना होगा या इंटरनेट,न्यूज़पेपर में  पड़ा होगा की इस कंपनी की dividend मिलने वाली है, यह कंपनी अच्छा dividend देती है,यह कंपनी dividend के लिए बेस्ट है, ऐसे कई सारे न्यूज़ आपने कहीं ना कहीं जरूर सुना होगा,तो आखिर यह डिविडेंड है क्या आज हम उसी के बारे में बात करेंगे,

dividend in hindi

 

Dividend क्या होता है – Dividend kya hota hai?

डिविडेंड एक फाइनेंसियल टर्म है जिसे हिंदी में हम लाभांश बोलते है,कंपनी अपने प्रॉफिट का कुछ हिस्सा अपने शेयर होल्डर के साथ शेयर करती है उसे ही डिविडेंड कहते हैं फिलहाल 10lakh रुपए तक के डिविडेंड पर शेयर होल्डर को कोई भी टैक्स नहीं लगता है इसका मतलब आप यह कह सकते हैं शेयर होल्डर के लिए डिविडेंड एक टैक्स फ्री इनकम है और शेयर होल्डर्स को डिविडेंड देना कंपनी के लिए कंपलसरी नहीं होता,मान लीजिए लगातार कोई कंपनी डिविडेंड दे रही है तो इसका मतलब यह नहीं है कि कंपनी आगे भी डिविडेंड देती ही रहेगी!

डिविडेंड देना है या नहीं यह सारा कुछ कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर पर डिपेंड करता है!

अक्सर छोटी कंपनियां डिविडेंड नहीं देती है क्योंकि वह प्रॉफिट के पैसे अपने कंपनी में ही लगाना पसंद करती है ताकि कंपनी और अच्छे से ग्रोथ हो सके!

मूल रूप से हर कंपनी की 1 face value होती है और 1 market value होती है,शेयर मार्केट में जो भी current price  चल रही होती है वही market value होती है यानी कि जिस price पर आप शेयर खरीदते और भेजते हैं वही market value होती है,शेर का market value लगातार supply और demand के कारण चेंज होती रहती है!

हर कंपनी की nominal value होती है उसे ही face value कहते हैं,जब कंपनी अपनी शेयर issue करती है तब कंपनी शेयर की face value डिसाइड करती है,शेर की फेस वैल्यू मार्केट वैल्यू की तरह supply और demand के कारण चेंज नहीं होती है,फेस वैल्यू कुछ स्पेशल इवेंट में ही चेंज होती है जैसे कि stock split and consolidation.

शेर का फेस वैल्यू का मार्केट वैल्यू से कोई लेना देना नहीं होता,फेस वैल्यू का यूज accounting और dividend में होता है!

कंपनी जो डिविडेंड issue करती है वह फेस वैल्यू पर दिया जाता है!

उदहारण – Example:- 

जैसे कि कोई ABC नाम की कंपनी है जिसकी एक शेर की वैल्यू है ₹1000 और फेस वैल्यू ₹10 है और अगर ABC 200% dividend डिक्लेयर्ड करती है तो इसका मतलब है ABC कंपनी अपने शेयर की फेस वैल्यू पर 200% dividend दे रही है इस केस में डिविडेंड रहेगा 200% of face value और यहां पर ABC कंपनी की फेस वैल्यू है ₹10

                                               Dividend= 10*200/100=20

इसका मतलब ABC कंपनी के शेयर होल्डर्स को ₹20 प्रति शेयर डिविडेंड मिलेगा! 

अगर आपको डिविडेंड देने वाली कंपनियां के बारे में पता करना है तो moneycontrol.com के वेबसाइट में जा कर देख सकते है 

आपको सारी डिटेल्स उस साइट पर मिल जाएगी !

Types of Dividend:-

 Cash Dividend:-

जैसा की नाम से पता चल रहा ऐसा डिविडेंड जो कैश में दिया जाता है और भारत में लगभग सारी कंपनियां कैश में ही डिविडेंड देना पसंद करती है कभी कभी इसे चेक के माध्यम से भी किया जाता है ,उसे ही cash dividend  कहते है

Stock Dividend/Bonus Dividend:-

स्टॉक डिविडेंड में कैश बदले बदले शेयर होल्डर्स को स्टॉक दे दिया जाता है,उसे ही स्टॉक डिविडेंड कहते हैं,इससे शेयर होल्डर्स को ज्यादा फ़ायदा होता क्यों की मान लीजिये आपके पास ABC कंपनी की 1000 शेयर है और आपको डिविडेंड 3 प्रति शेयर डिक्लेअर हुआ है इसका मतलब आपको 3000 का dividend डिक्लेअर हुआ है और आपको 3000 कैश  के बदले 3000 का शेयर मिल जायेगा जिससे आपको लॉन्ग टर्म में जायदा return मिलेगा,इसी कारन से शेयर होल्डर्स को कैश डिविडेंड के मुकाबले स्टॉक डिविडेंड ज्यादा पसंद होता है! 

Scrip Dividend:-

जब कंपनी डिविडेंड डिक्लेयर्ड कर देती है और कंपनी के पास उस वक्त कैसे नहीं होती है तब कंपनी cash के तौर पर एक सर्टिफिकेट short term के लिए अपने शेयर होल्डर को दे देती है जिससे कंपनी अपने शेयर होल्डर को कुछ समय  के बाद cash दे देती है!

Bond Dividend:-

bond dividend scrip dividend की तरह होती है वह आपने शेयर होल्डर्स को cash के बदले एक सर्टिफिकेट देती है जो कि long term के लिए होता है

Property Dividend:-

जब cash मैं डिविडेंड ना देकर कोई प्रॉपर्टी दे दी जाती है उसे ही प्रॉपर्टी डिविडेंड कहते है 

Optional Dividend:-

ऑप्शनल डिविडेंड में शेयर होल्डर्स के पास ऑप्शन होता है की वह अपनी डिविडेंड को कैश में लेना चाहते है या उतने रूपए  उसके बदले कोई एसेट्स ले ले!

Interim Dividend:-

जब कंपनी financial year  के last  में Annual dividend डिक्लेअर करती है पर कई कंपनी के पास ज्यादा अमाउंट होने के कारन वह quarterly डिविडेंड डिक्लेअर कर देती है,उसे ही interim dividend  है!

Special/Extra Dividend:-

रेगुलर डिविडेंड के साथ साथ कुछ एक्स्ट्रा या कुछ स्पेशल डिविडेंड दे दिया जाता है उसे ही स्पेशल या एक्स्ट्रा डिविडेंड कहते है !

Dividend yield क्या है – Dividend yield kya hai?

Dividend yield से हमें कंपनी अपने शेयर के मार्केट प्राइस के मुकाबले कितना डिविडेंड दे रही है यह समझता है !

डिविडेंड यील्ड का उपयोग डिविडेंड देने वाले स्टॉक का dividend compare करने के लिए किया जाता है!

मान लीजिए एक कंपनी है ABC और XYZ और दोनों कंपनी ने अपने   शेयर होल्डर को ₹20 प्रति शेयर डिविडेंड दिया है तो यहां पर यह कहना मुश्किल है की एक शेर की मार्केट वैल्यू के पीछे actuall में किस कंपनी ने ज्यादा डिविडेंड दिया है और इसे निकालने के लिए डिविडेंड यील्ड का यूज किया जाता है अगर ABC कंपनी के 1 शेयर का price ₹1000 है आर XYZ कंपनी के 1 शेयर का प्राइस ₹2000 तो dividend yield निकालने के बाद हम उन दो कंपनी का डिविडेंड को आराम से कंपेयर कर सकते हैं,

 dividend yield का फार्मूला :-

dividend yield in hindi

                                   Dividend Yield= (Dividend/share)/(Market price/share)

जैसा कि हमने देखा की ABC के 1 शेयर का price ₹1000 है और उसने ₹20 प्रति शेयर डिविडेंड दिया है

Dividend yield of company ABC= (20/1000)*100 = 2%

और XYZ  के 1 शेयर का price ₹2000 है और उसने ₹20 प्रति शेयर डिविडेंड दिया है

Dividend yield of XYZ=(20/2000)*100=1% 

कंपनी ABC की dividend yield 2% और कंपनी XYZ की dividend yield 1% है

इसका मतलब है ₹100 की मार्केट वैल्यू के पीछे ABC कंपनी के शेयर होल्डर को ₹2 का dividend मिला है और वैसे ही XYZ की डिविडेंड यील्ड है 1% इसका मतलब है ₹100 की मार्केट वैल्यू के पीछे XYZ कंपनी के शेयर होल्डर्स को ₹1 का डिविडेंड मिला है,तो इससे हमें यह पता चलता है ABC कंपनी के शेयर होल्डर्स को XYZ कंपनी के शेयर होल्डर्स के मुकाबले ज्यादा डिविडेंड मिला है 

Dividend से जुड़ी कुछ ध्यान देने वाली बात :-

कई बार होता यह है की किसी कंपनी का शेयर प्राइस गिरने के कारण डिविडेंड यील्ड ज्यादा दिखने लगती है, जैसा कि अभी हमने देखा ABC कंपनी की मार्केट प्राइस ₹1000 थी तब ABC कंपनी की dividend yield 2% थी मान लीजिए 1 साल के बाद ABC कंपनी की मार्केट प्राइस ₹1000 से गिरकर ₹500 हो जाती है और कंपनी ₹20 प्रति शेयर डिविडेंड डिक्लेयर्ड करती है तब उस कंपनी की डिविडेंड यील्ड हो जाएगी 4% यानी कि पहले के डिविडेंड से डबल हो जाएगी यहां ,पर कंपनी ने डिविडेंड उतना ही दिया है बस शेयर की प्राइस गिरने के कारण dividend yield ज्यादा दिख रही है,और डिविडेंड यील्ड देखते वक्त आपको यह भी देखना होगा की किसी स्टॉक की डिविडेंड यील्ड ज्यादा है तो वह कंपनी  के दिए हुए ज्यादा डिविडेंड के कारण है या शेयर प्राइस में आई गिरावट की वजह से है,

 बहुत सारी कंपनी ऐसी भी है जो कभी डिविडेंड ही नहीं देती है,

जैसे कि दुनिया के सबसे सक्सेसफुल इन्वेस्टर वारेन बुफेट की कंपनी Berkshire Hathaway अपने शेयर होल्डर को कभी डिविडेंड नहीं देती है क्योंकि Mrs Warren Buffet का कहना है अगर कंपनी की profit कंपनी के एक existing business मे ही reinvest किया जाए उस कंपनी को एक्सपेंड करने के लिए या वो पैसा किसी अच्छे कंपनी को acquire करने के लिए किया जाए ताकि कंपनी का उससे और भी ज्यादा फायदा हो सके,

और इससे कंपनी को कंपटीशन में आगे रहने मैं मदद हो सकती है जिससे कंपनी की market value भी बढ़ सकती है इस तरह शेयर होल्डर को कंपनी एप्रिसिएशन(शेयर की प्राइस बढ़ने से आपके इन्वेस्टमेंट वैल्यू  का बढ़ाना) के जरिए इसका फायदा हो सकता है!

कंपनी एप्रिसिएशन क्या है?

जैसे मान लीजिए आप ने 2 साल पहले कोई स्टॉक ₹100 में लिया था और आज उस शेयर की प्राइस ₹180 हो गई है,और इन्वेस्टमेंट वैल्यू में जो 80% या ₹80 इनक्रीस हुई है उसे ही कंपनी एप्रिसिएशन कहते हैं,इसी कारण से वारेन बुफेट की कंपनी बर्कशायर हाथावे की मार्केट वैल्यू काफी बढ़ गई है जिसके कारण शेयर होल्डर को कंपनी अप्रिशिएसन के जरिए फायदा हुई है अगर वह कैपिटल डिविडेंड देने के लिए इस्तेमाल करते तो शेयर होल्डर को आज इतना फायदा नहीं होता ! 

Conclusion :-

आज के इस पोस्ट में हमने डिविडेंड के बारे में बात की है डिविडेंड क्या होता है डिविडेंड यील्ड क्या होत, डिविडेंड से जुड़ी सारी बातें की है हमने पूरी कोशिश की है आपको आसान से आसान शब्दों में समझाने की उम्मीद करता हूं यह पोस्ट आपको पसंद आया हो अगर यह पोस्ट आपको पसंद आया हो तो कमेंट करके जरूर बताएं या अभी भी आपके मन में कोई सवाल रह गया हो तो कमेंट करके जरूर पूछें

 

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